Wednesday 2 March 2016

कॉपी - पेस्ट




हम दोनों पीठ से पीठ जोड़े
अपना-अपना टैब लिए बैठे थे
आपस में बातें हो रहीं थीं
और टैब पर चैट !
अचानक वो उठा -
और हाथ धोने लगा ...

मैनें पूछा - क्या हुआ ?
उसने मुझे तो जवाब नहीं दिया
मन ही मन बुदबुदाया ..
छूटता ही नहीं ..!!
मैनें झाल्ला कर पूछा -
क्या नहीं छूटता ?
हुआ क्या है ?

उसने पलट कर कहा -
कॉपी - पेस्ट करती हो ?
हाँ करती हूँ क्यों ?
मैनें कुछ कॉपी किया था 
पेस्ट नहीं कर सका ...!!
उसने कहा ।

तो ? तो क्या हुआ ?
मैनें भनभनाते हुए पूछा
उसने कहा -
ऐसा लग रहा है जैसे...
ऊँगली में ही चिपक के रह गया है
छूटता ही नहीं !!
.......
पता नहीं उसने क्या समझा ?
क्या जाना ?
मुझे एक बात 
अच्छी तरह समझ में आ गई 
कि कॉपी से पहले 
पेस्ट की जगह निश्चित होनी चाहिए
वर्ना....
कॉपी ज़हन पर पेस्ट हो जाती है !!!

18.7.2015
1.26 am

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